फ़ुगेन बोसात्सु (सामंतभद्र बोधिसत्व का चित्र)
(Fugen Bosatsu zo)

12वीं सदी में बनाया गया ये चित्र, उत्कृष्टतम जापानी बौद्ध चित्रों में से एक है। चित्र में सद्धर्मपुन्डरीक सूत्र का एक दृश्य दर्शाया गया है। जापान में उस युग में सद्धर्मपुन्डरीक सूत्र का बहुत आदर किया जाता था। चित्र में ऊपर से लहराकर गिरते फीके रंगों के फूलों के बीच, यह वो क्षण है जब फ़ुगेन बोसात्सु – सामंतभद्र बोधिसत्व – श्रद्धालुओं के सामने पूरब के पवित्र स्थान से प्रकट होते हैं। वो 6 दाँतों वाले एक सफ़ेद हाथी पर सवार हैं। 158.8 सेंटीमीटर लंबे और 74.8 सेंटीमीटर चौड़े इस चित्र को रेशम के कपड़े पर खनिज रंजकों, सोने और चाँदी से बनाया गया है। किरिकाने - सोने के वर्क के बेहद महीन रेशों को कपड़े पर चिपकाने की तकनीक – से जो डिज़ाइन बनाया गया है वह विशेष रूप से उत्कृष्ट है। यह चित्र राजनीति और संस्कृति का केन्द्र रहे अभिजात वर्ग के लोगों की सुसंस्कृत अभिरुचियों को दर्शाता है, लेकिन इस तरह की सुंदर कलाकृतियों की रचना के अन्य कारण भी थे।