जापान में 2011 के महाभूकंप और त्सुनामि के बाद, जीवित बचे लोग खुद को संभालने के लिए संघर्ष कर रहे थे। कई लोगों ने न केवल अपने घर, बल्कि अपने प्रियजन और आजीविका भी खो दिये थे। पीढ़ियों से चली आ रही परंपराओं के लुप्त होने का ख़तरा था। रेडियोधर्मी फसलों की अफ़वाहों ने खेतों और मत्स्य पालन को बर्बाद कर दिया। कई निवासियों को डर था कि जिन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था वे अब कभी वापस नहीं जा पाएँगे। आपदा के केंद्र में फ़िल्मांकित विशेष दृश्यों के माध्यम से जानें अपने समुदायों के पुनर्निर्माण के लिए वर्ष भर किये उनके प्रयासों को।

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