छोटे से कस्बे में रहने वाली जूनियर हाई स्कूल की एक लड़की में आत्मविश्वास की इतनी कमी है कि वह स्कूल या घर में अपने मन की बात किसी से नहीं कह पाती। उसे हमेशा इस बात की चिन्ता रहती है कि लोग क्या कहेंगे। लेकिन वास्तव में, कोई है जिसे वह अपने परिजनों और दोस्तों, सभी से गुप्त रखती है। यह कोई और नहीं विदेशी फिल्मों का एक अभिनेता है। लड़की, उसे एक फिल्म में अकेला और उदास देखने के बाद से इतनी अभिभूत है कि वह जिस "दुनिया" में जीता है उस देश के ढेरों उपन्यास पढ़ डालती है और एक अनजान काल्पनिक दुनिया में जीने लगती है। हालाँकि अब भी वह अपने संकोची स्वभाव के कारण स्कूल में सहपाठियों के साथ घुलती मिलती नहीं है। लेकिन एक दिन अप्रत्याशित घटना हुई। क्या हुआ, यह जानने के लिए सुनिये कहानी का चौथा और अन्तिम भाग!