साहित्य सरिता - एक गहरी साँस लो! (भाग-1)
छोटे से कस्बे में रहने वाली जूनियर हाई स्कूल की एक लड़की में आत्मविश्वास की इतनी कमी है कि वह स्कूल या घर में अपने मन की बात किसी से नहीं कह पाती। उसे हमेशा इस बात की चिन्ता रहती है कि लोग क्या कहेंगे। लेकिन वास्तव उसके जीवन में "कोई ख़ास" है जिसे उसने अपने परिजन और दोस्तों, सभी से गुप्त रखा हुआ है। यह कोई और नहीं विदेशी फ़िल्मों का एक अभिनेता है जिसकी एक फ़िल्म उसने हाल ही में देखी थी। इस फ़िल्म में उसके अकेलेपन और उदासी भरे आचरण से लड़की अत्यन्त प्रभावित होती है। निश्चित तौर पर वह जीवन में उससे कभी नहीं मिलेगी लेकिन उसका होना ही लड़की को जीने का आनन्द देने लगता है। आप भी लीजिए आनन्द कहानी के पहले भाग का!