भारत की बुलेट रेल : भारतीय हाई स्पीड रेल के अभियंताओं से भेंटवार्ता - भाग 2
भारत में निर्मित हो रही बुलेट रेल यानि हाई स्पीड रेल परियोजना को साकार करने के लिए अप्रैल-जून 2022 में संचालन और रख-रखाव के प्रमुख नेतृत्व (केओएमएल) का प्रशिक्षण जापान में हुआ और शिनकान्सेन के तकनीकी हस्तांतरण का पहला सत्र रहा।

13 अभियंताओं के प्रशिक्षण की समाप्ति पर एनएचके वर्ल्ड-जापान की हिन्दी सेवा ने उनसे बात की। शृंखला के दूसरे अंक में सुनें परिचालन विभाग के अभियंता भूपेंद्र सिंह नेगी, शरद कुमार श्रीवास्तव और विजय खाटवा से भेंटवार्ता। (23 जुलाई को प्रसारित अंक का पुनर्प्रसारण)
भारत में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलगाड़ी का निर्माण, जापान की शिनकान्सेन बुलेट रेल की तकनीक और व्यवस्था के आधार पर होगा। पूर्वी जापान रेलवे (जेआर ईस्ट) की ई5 श्रेणी की रेलगाड़ी का भारतीयकरण किया जाएगा। चित्र में ई5 श्रेणी की शिनकान्सेन बुलेट रेलगाड़ी।
स्टेशन संचालन का ब्योरा लेते प्रशिक्षु। स्थान - कारुइज़ावा स्टेशन
नागानो प्रीफ़ैक्चर में व्हीकल मेंटेनेंस केंद्र पर रख-रखाव के काम के बारे में सीखते प्रशिक्षु।
बाएँ से क्रमशः भूपेंद्र नेगी, शरद कुमार श्रीवास्तव, और विजय खाटवा 2 महीने के प्रशिक्षण के अंतिम दिन अपने प्रशिक्षक युमिकुरा काज़ुया (दाएँ) के साथ।