भारत की बुलेट रेल : भारतीय हाई स्पीड रेल के अभियंताओं से भेंटवार्ता - भाग 1
भारत में निर्मित हो रही बुलेट रेल यानि हाई स्पीड रेल परियोजना को साकार करने के लिए अप्रैल-जून 2022 में संचालन और रख-रखाव के प्रमुख नेतृत्व (केओएमएल) का प्रशिक्षण जापान में हुआ और शिनकान्सेन के तकनीकी हस्तांतरण का पहला सत्र रहा।
13 अभियंताओं के प्रशिक्षण की समाप्ति पर एनएचके वर्ल्ड-जापान की हिन्दी सेवा ने उनसे बात की। पहले अंक में सुनें सिग्नल एण्ड टेलीकॉम विभाग के अभियंता अमित असाटी और चिराग गणपतभाई वाघेला से भेंटवार्ता। (16 जुलाई को प्रसारित अंक का पुनर्प्रसारण)
भारत में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलगाड़ी का निर्माण, जापान की शिनकान्सेन बुलेट रेल की तकनीक और व्यवस्था के आधार पर होगा। पूर्वी जापान रेलवे (जेआर ईस्ट) की ई-5 श्रेणी की रेलगाड़ी का भारतीयकरण किया जाएगा। चित्र में ई-5 श्रेणी की बुलेट रेलगाड़ी।
शिनकान्सेन के सिग्नलिंग तंत्र को जाँचते प्रशिक्षु अभियंता।
व्हीकल मेंटेनेंस केंद्र पर रख-रखाव के काम के बारे में सीखते प्रशिक्षु अभियंता।
दो महीने के प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाणपत्र प्राप्त करते अमित असाटी (बाँए) और चिराग गणपतभाई वाघेला (दाँए), केंद्र में उनके प्रशिक्षक कोगुरे गेन।