3 फ़रवरी मनाया गया सेत्सुबुन, जापान के प्राचीन पंचांग के अनुसार नव-वर्ष की पूर्व संध्या होती है। इस दिन कई शिन्तो श्राइन और बौद्ध मंदिरों में आयोजन होते हैं और घरों में बच्चे भुने हुए सोयाबीन को फेंकते हुए कहते हैं, "ओनि वा सोतो, फ़ुकु वा उचि।" यानि दानव बाहर, खुशियाँ अंदर! हाथ में एक ओर दानव का मास्क और दूसरी ओर भुने हुए सोयाबीन देखे जा सकते हैं।