
'चमकीले रंगों पर चाँद और आलूबुखारे के फूलों के डिज़ाइन वाला चाय पत्ती रखने का मर्तबान' 17वीं सदी में निन्सेइ की शिल्पशाला में बनाया गया था। इस मर्तबान पर लाल और रुपहले रंग के फूलों, तथा मुख्य रूप से हरे और बैंगनी रंगों में तने और टहनियों का भव्य चित्रण है। चाँद रुपहला है और पेड़ के आसपास सुनहरे बादल मंडरा रहे हैं। इस युग में मौजूद तकनीकों से, मिट्टी के बर्तनों पर चित्रकारी जैसा डिज़ाइन बनाना बेहद कठिन था। किसी सपाट चित्रकारी को त्रिआयामी रूप में तबदील करना भी निन्सेइ के अद्भुत प्रतिभा-कौशल का सबूत है। समझा जाता है कि शिकोकु में मारुगामे राज्य के स्वामि क्योगोकु ताकातोयो ने इस चाय पत्ती के मर्तबान का ऑर्डर दिया था। ताकातोयो एक नौजवान था जिसे चित्रकारी का शौक था और जिसे राजधानी क्योतो की ललक थी। इस कठिन आदेश को अंजाम देने में, निन्सेइ ने अपनी उत्कृष्ट कृति को जन्म दिया। उस ज़माने में क्योतो एक ऐसा शहर था जहाँ रचनात्मक ऊर्जा उमड़ रही थी और जहाँ उच्चतम तकनीकों से नवीनतम विचारों को रूप दिया जा रहा था।
