ओईसीडी मंत्रियों ने आर्थिक दादागिरी पर जतायी चिंता

आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन यानि ओईसीडी के मंत्रियों ने पेरिस में अपनी दो दिवसीय बैठक के समापन पर एक वक्तव्य जारी कर आर्थिक दादागिरी को लेकर "गंभीर चिंता" व्यक्त की है।

इस 38 सदस्यीय समूह की मंत्रिस्तरीय परिषद् की अध्यक्षता इस वर्ष जापान ने की और इसकी वार्ता शुक्रवार को समाप्त हुई।

मंत्रियों ने उक्रेन पर रूसी आक्रमण की "कड़े से कड़े शब्दों में" निंदा की।

उन्होंने पश्चिम एशिया में संघर्षों के नकारात्मक प्रभावों को लेकर भी "गहरी चिंता" व्यक्त की।

मंत्रियों ने आर्थिक लचीलापन और सुरक्षा की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

आर्थिक दादागिरी का अर्थ, प्रतिबंधों या शुल्कों के माध्यम से व्यापारिक साझेदारों पर दबाव डालना है।

स्पष्ट रूप से चीन को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया कि "आर्थिक निर्भरता को हथियार बनाने के प्रयास विफल किये जाएँगे।"

जापान की विदेश मंत्री कामिकावा योको ने कहा कि वैश्विक समुदाय में गहराते मतभेदों के बावजूद जापान ने वार्ता को सार्थक बनाने में योगदान दिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि बैठक ने आर्थिक सुरक्षा के क्षेत्र में विचार साझा करने का आधार तैयार किया है।