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फ़ुजि पर्वतारोहण संबंधी सावधानियाँ

(1) चढ़ाई का मौसम एवं मार्ग

जापान के सबसे ऊँचे फ़ुजि पर्वत पर प्रतिवर्ष विदेशियों सहित कई पर्वतारोही चढ़ते हैं। पर्वत की पगडंडियों पर भीड़ लगने और कुछ पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों ने नये नियम लागू किये हैं। इस शृंखला में हम आपको बतायेंगे कि फ़ुजि पर्वत पर चढ़ते समय क्या सावधनी बरतनी चाहिए।

3,776 मीटर ऊँचा फ़ुजि पर्वत, जापान की सबसे ऊँची चोटी है। इसे यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। शिखर तक जाने के चार रास्ते हैं। हर साल, 1 जुलाई को यामानाशि प्रीफ़ैक्चर की दिशा से पर्वतारोहियों के लिए एक मार्ग खोला जाता है और शिज़ुओका प्रीफ़ैक्चर की ओर से तीन मार्ग 10 जुलाई को खुलते हैं। ये सभी मार्ग 10 सितंबर को बंद कर दिये जाते हैं।

पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि वर्ष 2023 की गर्मियों में फ़ुजि पर्वत पर कुल 2,21,000 पर्वतारोही आये, जो कोरोनावायरस महामारी से पहले यानि वर्ष 2019 के स्तर के बराबर है। लेकिन पहाड़ी रास्तों पर भीड़भाड़ और पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार के कारण स्थानीय अधिकारियों को नये नियम लागू करने पड़े हैं। इनमें ऑनलाइन आरक्षण व्यवस्था अपनाना और पर्वतारोहियों से शुल्क वसूलना शामिल है।

शृंखला के अगले भागों में हम चारों मार्गों से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायेंगे। (उपरोक्त जानकारी 27 जून 2024 तक की है।)

(2) नये नियम

जापान के सबसे ऊँचे फ़ुजि पर्वत पर प्रतिवर्ष विदेशियों सहित कई पर्वतारोही चढ़ते हैं। पर्वत की पगडंडियों पर भीड़ लगने और कुछ पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों ने नये उपाय अपनाये हैं। शृंखला के दूसरे भाग में हम आपको उन नये नियमों के बारे में बतायेंगे जो यामानाशि प्रीफ़ैक्चर के योशिदा मार्ग पर लागू किये गए हैं।

2023 की गर्मियों में चढ़ाई के मौसम के दौरान, लगभग 1,40,000 पर्वतारोहियों ने योशिदा मार्ग का इस्तेमाल किया, जो इस पर्वत पर चढ़ने वाले कुल लोगों की संख्या का लगभग 60 प्रतिशत है।

यामानाशि प्रीफ़ैक्चर ने 1 जुलाई 2024 से योशिदा मार्ग के लिए नये नियम लागू किये हैं। 2,300 मीटर की ऊँचाई पर स्थित पाँचवें स्टेशन पर एक द्वार लगाया गया है, ताकि पर्वतारोहियों की दैनिक संख्या 4,000 तक सीमित की जा सके। शाम 4 बजे से सुबह 3 बजे के बीच यह द्वार बंद रहेगा।

योशिदा मार्ग का इस्तेमाल करने वाले पर्वतारोहियों को प्रति व्यक्ति 2,000 येन यानि लगभग 13 डॉलर का शुल्क देना होगा। वे द्वार पर ही शुल्क का भुगतान कर सकते हैं या फिर पहले से ऑनलाइन भुगतान करके चढ़ाई की शुरुआत को सुगम बना सकते हैं।

योशिदा मार्ग के लिए एक नयी आरक्षण व्यवस्था भी शुरू की गयी है। इसके बारे में अधिक जानकारी अगले भाग में दी जाएगी। (उपरोक्त जानकारी 28 जून 2024 तक की है।)

(3) नयी आरक्षण व्यवस्था

जापान के सबसे ऊँचे फ़ुजि पर्वत पर प्रतिवर्ष विदेशियों सहित कई पर्वतारोही चढ़ते हैं। पर्वत की पगडंडियों पर भीड़ लगने और कुछ पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों ने नये उपाय अपनाये हैं। शृंखला के तीसरे भाग में बतायेंगे यामानाशि प्रीफ़ैक्चर के योशिदा मार्ग पर शुरू की गयी नयी आरक्षण व्यवस्था के बारे में।

इस साल (जुलाई 2024) से योशिदा मार्ग पर पर्वतारोहियों की दैनिक संख्या को 4,000 तक सीमित किया गया है। संख्या सीमित करने के कारण पैदा होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए अधिकारियों ने एक नयी आरक्षण व्यवस्था शुरू की है।

ऑनलाइन आरक्षण, माउंट फ़ुजि क्लाइंबिंग (Mt. Fuji Climbing) नामक आधिकारिक वैबसाइट पर कराया जा सकता है। आरक्षण के समय कई सवाल पूछे जाते हैं, जैसे कि रास्ते में रुकने के लिए आपने किसी सराय की बुकिंग करवायी है या नहीं। इसके अलावा फ़ुजि पर्वत पर चढ़ने की तिथि, अपने समूह के लोगों की संख्या, अपना नाम और फ़ोन नंबर, आदि भी प्रदान करना होगा।

फिर आप प्रति व्यक्ति 2,000 येन (लगभग 12.7 डॉलर) का शुल्क भर कर आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। आप प्रति व्यक्ति 1,000 येन के स्वैच्छिक दान सहित 3,000 येन के भुगतान का विकल्प भी चुन सकते हैं।

प्रक्रिया पूरी करने पर आपको एक क्यूआर कोड मिलेगा, जिसे दिखा कर आप द्वार के निकट रिस्ट बैंड प्राप्त कर सकते हैं। आरक्षण व्यवस्था जापानी, अंग्रेज़ी और चीनी भाषा में उपलब्ध है। आप चढ़ाई से एक दिन पहले तक आरक्षण करवा सकते हैं। ध्यान रहे कि पहाड़ी सराय में एक रात रुकने का आरक्षण आपको अलग से करवाना होगा।

आरक्षण अनिवार्य नहीं है, लेकिन ऐसा करने से आप मार्ग पर सुरक्षित यात्रा कर पाएँगे और अन्य प्रक्रियाएँ भी जल्द पूरी कर लेंगे। (उपरोक्त जानकारी 1 जुलाई, 2024 तक की है।)

(4) शिज़ुओका के मार्गों पर अपनाये गए नये उपाय

जापान के सबसे ऊँचे फ़ुजि पर्वत पर प्रतिवर्ष विदेशियों सहित कई पर्वतारोही चढ़ते हैं। पर्वत की पगडंडियों पर भीड़ लगने और कुछ पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों ने नये उपाय अपनाये हैं। शृंखला के चौथे भाग में बतायेंगे, शिज़ुओका प्रीफ़ैक्चर के पर्वतारोहण मार्गों पर अपनाये गए नये उपायों के बारे में।

शिज़ुओका की ओर से फ़ुजि पर्वत पर चढ़ने के तीन मार्ग हैं, सुबाशिरि, गोतेम्बा और फ़ुजिनोमिया। 2024 से शिज़ुओका प्रीफ़ैक्चर, प्रयोग के तौर पर पर्वतारोहियों से अनुरोध कर रहा है कि वे चढ़ाई से पहले, नगरपालिका की वैबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी दें। उन्हें चढ़ाई की तिथि, समय और पहाड़ी सराय का नाम बताना होगा और साथ ही पर्वतारोहण के तौर-तरीक़ों पर एक विडियो भी देखना होगा।

सारी जानकारी देने के बाद आपको एक क्यूआर कोड जारी किया जाएगा, जिसे दिखा कर आप चढ़ाई के शुरुआती बिंदु पर रिस्टबैंड प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे पर्वतारोही, जिन्होंने सराय की बुकिंग नहीं करवायी है, उनसे शिज़ुओका प्रीफ़ैक्चर अनुरोध करता है कि वे शाम 4 बजे के बाद चढ़ाई न करें।

पंजीकरण प्रक्रिया शिज़ुओका नगरपालिका की वैबसाइट पर अंग्रेज़ी, चीनी और थाइ भाषाओं में उपलब्ध है। भविष्य में कोरियाई और वियतनामी सहित अन्य भाषाओं में भी पंजीकरण सुविधा उपलब्ध करवाने की योजना है।

जिन लोगों ने चढ़ाई से पहले पंजीकरण नहीं करवाया है, वे मार्गों के द्वार पर आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर चढ़ाई कर सकते हैं। (उपरोक्त जानकारी 2 जुलाई 2024 तक की है।)

(5) ‘बुलेट क्लाइम्बिंग’

जापान के सबसे ऊँचे फ़ुजि पर्वत पर प्रतिवर्ष विदेशियों सहित कई पर्वतारोही चढ़ते हैं। पर्वत की पगडंडियों पर भीड़ लगने और कुछ पर्वतारोहियों के दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों ने नये उपाय अपनाये हैं। शृंखला के पाँचवें भाग में हम “बुलेट क्लाइम्बिंग” यानि बिना रुके लगातार चढ़ाई करने के मुद्दे पर बात करेंगे।

अधिकारियों द्वारा नये नियम लागू करने का एक कारण यह है कि अनुचित व्यवहार करने वाले पर्वतारोहियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें से कुछ लोग “बुलेट क्लाइम्बिंग” करने की कोशिश करते हैं। इस तरह के पर्वतारोहण में लोग बिना आराम किये, रात-भर चढ़ाई करते हैं, जिसे ख़तरनाक माना जाता है।

बुलेट पर्वतारोही, पहाड़ी सरायों में रात बिताये बिना ही शिखर पर पहुँचने का प्रयास करते हैं, ताकि फ़ुजि पर्वत की चोटी से सूर्योदय का नज़ारा देखा जा सके। लेकिन ऐसे कुछ लोगों को न तो चढ़ाई का ज़्यादा अनुभव होता है और न ही उनके पास पर्याप्त उपकरण होते हैं। उन्हें ऊँचाई पर साँस लेने में दिक्कत हो सकती है और वे हाइपोथर्मिया के शिकार हो सकते हैं। वर्ष 2023 में ऐसे लक्षणों से ग्रस्त कई लोगों को बचाया गया था।

कुछ लोग पगडंडी के किनारे तंबू लगाकर, रात-भर उनमें रुकते हैं और मार्ग अवरुद्ध कर देते हैं, जबकि ऐसा करना प्रतिबंधित है। एक स्थानीय गाइड के अनुसार बुलेट पर्वतारोहियों में कई विदेशी पर्यटक होते हैं।

इस समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों ने यामानाशि प्रीफ़ैक्चर के योशिदा मार्ग पर लगे प्रवेश द्वार को शाम 4 बजे से सुबह 3 बजे तक बंद रखने का फ़ैसला किया है। शिज़ुओका प्रीफ़ैक्चर की ओर से शाम 4 बजे के बाद चढ़ाई शुरू करने वाले पर्वतारोहियों से अधिकारी पूछेंगे कि उन्होंने सराय में आरक्षण करवाया है या नहीं। जिन लोगों ने आरक्षण नहीं करवाया होगा, उनसे चढ़ाई न करने को कहा जाएगा। (उपरोक्त जानकारी 3 जुलाई 2024 तक की है।)

(6) भीड़भाड़ वाले मार्गों से बचें

फ़ुजि पर्वत पर चढ़ाई के लिए बने मार्गों पर बहुत भीड़ लग जाती है, क्योंकि वे साल के सिर्फ़ दो महीने, यानि जुलाई से सितंबर के बीच खुलते हैं। फ़ुजि पर्वतारोहण की आधिकारिक वैबसाइट के अनुसार, ख़ासकर सप्ताहांत और अगस्त के मध्य में गर्मियों की छुट्टियों के मौसम में, सुबह 3 बजे से सूर्योदय के बीच शिखर के आसपास के मार्गों पर भीड़ इतनी ज़्यादा हो सकती है कि यात्रियों का चलना भी दूभर हो जाए। अंधेरे में रास्तों पर भीड़ लगने से, नीचे मौजूद पर्वतारोहियों पर पत्थर गिरने का ख़तरा रहता है। भीड़ में इन गिरते पत्थरों से बचना भी मुश्किल होता है और यह बहुत ख़तरनाक हो जाता है।

वैबसाइट पर आग्रह किया गया है कि लोग, पर्वतारोहण के लिए सोमवार से शुक्रवार का समय चुनें और भीड़भाड़ वाले समय से बचें। यह भी कहा गया है कि पर्वतारोही, फ़ुजि के शिखर से ही नहीं, बल्कि बीच रास्ते से भी सूर्योदय होता देख सकते हैं। 

वैबसाइट पर एक कैलेन्डर में भीड़भाड़ वाले दिनों का अनुमान दिया गया है। इसके अलावा भीड़ लगने की आशंका वाले स्थानों और सूर्योदय देखने के स्थानों की भी जानकारी दी गयी है। इसलिए वैबसाइट ज़रूर देखें। (उपरोक्त जानकारी 4 जुलाई 2024 तक की है।)

(7) आवश्यक उपकरण

फ़ुजि पर्वत 3,000 मीटर से भी ऊँचा है, इसलिए वहाँ का मौसम अचानक बदल सकता है। पर्वतारोहियों को तरह-तरह के संभावित ख़तरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। फ़ुजि पर्वतारोहण की आधिकारिक वैबसाइट पर जापानी, अंग्रेज़ी, चीनी और कोरियाई भाषाओं में उपयुक्त उपकरणों की जानकारी दी गयी है।

▼ शिखर पर तापमान सूर्योदय से पहले शून्य से नीचे गिर सकता है, इसलिए ऊनी टोपी और दस्तानों सहित सर्दियों के कपड़े आवश्यक हैं। बारिश से बचने के लिए ख़ास चढ़ाई के लिए बने रेन-कोट और पेंट लेकर जाएँ।

▼ जूतों में कंकड़ घुसने से रोकने के लिए हाई-कट ट्रैकिंग शूज़ पहनें। स्नीकर्स और सैंडल पर्वतारोहण के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

▼ ऊँचाई पर ऑक्सीजन की कमी से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए बीच-बीच में पानी पीते रहना ज़रूरी है। मार्ग पर कोई प्याऊ या नल नहीं है। आपको अपने साथ कम से कम 1-2 लीटर पानी ले जाना चाहिए। आप जितना चाहे उतना पानी ले जा सकते हैं और पहाड़ी सराय पर भी पानी ख़रीद सकते हैं।

▼ फ़ुजि पर्वत एक ज्वालामुखी है, इसलिए अचानक विस्फोट होने पर अपने बचाव के लिए यात्रियों को हेलमेट लाने की सलाह भी दी जाती है। मास्क और चश्मा, ढलान पर धूल से बचने में सहायक होते हैं।

▼ हेडलैम्प लाने की भी सलाह दी जाती है, क्योंकि मार्ग पर भीड़ लगने के कारण या सेहत ख़राब होने के कारण आपको अंधेरे में पहाड़ से नीचे उतरना पड़ सकता है। (उपरोक्त जानकारी 5 जुलाई 2024 तक की है।)

(8) स्वास्थ्य समस्याएँ

फ़ुजि पर्वत की चढ़ाई आसान नहीं है। कई लोग बीच रास्ते में बीमार पड़ने के कारण चढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं। पर्वतारोहण से पहले संभावित स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में पर्याप्त जानकारी होना ज़रूरी है।

फ़ुजि पर्वत पर चढ़ने वालों को जो एक सबसे आम स्वास्थ्य समस्या आती है, वह है ऊँचाई की बीमारी यानि एल्टीट्यूड सिकनेस, जो रक्त में ऑक्सीजन की कमी के कारण होती है। ऐसे में सिरदर्द होने या चक्कर और उल्टी आने जैसे लक्षण पैदा होते हैं। ऐसी स्थिति में भी यदि कोई व्यक्ति चढ़ना जारी रखता है, तो लक्षण बदतर हो जाते हैं।

फ़ुजि पर्वत की आधिकारिक वैबसाइट पर पर्वतारोहियों को ऊँचाई के अनुकूल ढलने के लिए पाँचवें स्टेशन के आसपास एक या दो घंटे का आराम करने की सलाह दी गयी है। अपेक्षाकृत धीमी गति से चलने, लगातार पानी पीते रहने और बीच-बीच में रुक कर विश्राम करते रहने की भी सलाह दी गयी है।

इसके अलावा, हाइपोथर्मिया एक और आम बीमारी है। पूरे शरीर में कंपकंपी उठना, ठंड लगना और सुस्ती आना, इसके सामान्य लक्षण हैं। हालत बिगड़ने पर व्यक्ति कोमा में जा सकता है और सबसे ख़राब स्थिति में दिल और फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं। हाइपोथर्मिया से बचने के लिए, आपको सर्दियों के कपड़े पहनने, चॉकलेट जैसी उच्च कैलोरी वाली कोई चीज़ खाने और गर्म पेय पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है।

अगर आपको चलने में कठिनाई हो तो जल्द से जल्द मदद माँगें। आप 110 पर पुलिस को और 119 पर बचाव दल को कॉल कर सकते हैं। सराय से भी मदद बुलाने का आग्रह किया जा सकता है। (उपरोक्त जानकारी 8 जुलाई 2024 तक की है।)