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सेन्सेइ से पूछें

क्रिया का 'ते'-रूप + 'मो इइ देसु का' (पाठ 14)

जब क्रिया के 'ते'-रूप के बाद, 'मो इइ देसु' जुड़ जाता है तो इसका मतलब है कि किसी को उस काम के लिए अनुमति दी जा रही है। जैसे, अगर आप किसी से कहना चाहते हों कि “आप खा सकते हैं” या “खाने की अनुमति है”, तो आप क्रिया 'ताबेमासु' यानी “खाना” के 'ते'-रूप 'ताबेते' के बाद जोड़ेंगे 'मो इइ देसु'। तो बन जाएगा, 'ताबेते मो इइ देसु'।

जब आप किसी काम के लिए अनुमति लेना चाहते हों, तब आपको इस वाक्य के अंत में जोड़ना है 'का' और वाक्य के अंत का सुर ऊँचा रखना है।
जैसे, अगर आपके सामने बिस्कुट रखे हों और आप उन्हें खाने की अनुमति लेना चाहते हों, तो 'ताबेते मो इइ देसु' के बाद जोड़िए 'का', तो बन जाएगा 'ताबेते मो इइ देसु का', यानी “क्या मैं खा सकता/सकती हूँ?”।
अगर दूसरा व्यक्ति आपको अनुमति देना चाहता हो, तो वह कहेगा 'दोउज़ो', यानी “जी, लीजिए”। अगर आपको क्रिया 'ताबेरु' का 'ते'-रूप न पता हो, तो आप खाने की चीज़ की तरफ़ इशारा करते हुए कह सकते हैं 'इइ देसु का' यानी “अनुमति है?”। दूसरा व्यक्ति आपकी बात समझ जाएगा।
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